शिमला टाइम
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज मंडी जिले के बालीचैकी में आयोजित रेशम कीट पालन कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने रेशम कीट पालन क्षेत्र से जुड़े लोगों की खुशहाली के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उद्योग विभाग के रेशम अनुभाग ने इस रेशम कीट पालन कार्यशाला एवं संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बालीचैकी केंद्र के तहत रेशम बुनाई के बुनकरों को लाभान्वित करने के लिए 494 लाख रुपये की लागत से भवन निर्माण का कार्य आरम्भ कर दिया गया है। इस केंद्र के माध्यम से कीट पालन प्रशिक्षण के लिए 50 लाख रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है। वर्तमान में बालीचैकी में 30 महिला बुनकर प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं जिन्हें 300 रुपये प्रतिदिन प्रति महिला की दर से प्रदान किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि थुनाग में रेशम बीज उत्पादन केंद्र के भवन निर्माण के लिए 318 लाख रुपये की राशि जारी कर दी गई है। इसके अतिरिक्त बागाचनोगी, ढीम काटरू, सरोवा में रेशम केंद्र की स्थापना के लिए 160 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पहली बार सामान्य श्रेणी के परिवारों को रेशम पालन के लिए इस वर्ष तीन करोड़ रुपये की राशि जारी की है, जिसमें से 52 लाख रुपये की राशि केवल सिराज क्षेत्र के लिए स्वीकृत की गई है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के किसानों को रेशम कीट पालन भवन निर्माण एवं कार्य के लिए 416 लाख रुपये भी जारी किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लुप्त हुई ओक टसर रेशम योजना को आरम्भ करने के लिए प्रयासरत है। 200 किसानों को क्लस्टर तथा गाड़ागुशैणी में ओक टसर बीज उत्पादन केंद्र के लिए 25-25 लाख रुपये की राशि जारी की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यशाला के आयोजन से रेशम कीट पालन किसानों को कंेद्र तथा राज्य सरकार के रेशम उद्योग विकास के लिए आरम्भ विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्राप्त करने का अवसर प्राप्त हुआ है जिससे निश्चित तौर पर रेशम कीट पालक लाभान्वित होंगे।
उन्होंने रेशम कीट पालन गृह निर्माण के लिए पांच किसानों को प्रति किसान 1.50 लाख रुपये के चेक भेंट किए, जबकि इस योजना से प्रदेश के 200 किसानों को लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने रेशम कीट पालक टूल किट के लिए भी चार किसानों को 40-40 हजार रुपये के चेक प्रदान किए और इस योजना के तहत भी प्रदेश में 200 किसानों को लाभान्वित किया जाएगा।
मुुख्यमंत्री ने गृह अनुदान योजना के तहत नौ लोगों को घर बनाने के लिए 1.50 लाख रुपये की दर से प्रति व्यक्ति 75 हजार रुपये की पहली किश्त के रूप में प्रदान किए। इसके अतिरिक्त अनुवर्ती कार्यक्रम के तहत 45 सिलाई मशीनें भी वितरित कीं।
उन्होंने बालीचैकी क्षेत्र की उत्कृष्ट कीट पालक रोशनी देवी को भी इस अवसर पर सम्मानित किया। कीट पालन केंद्र के लिए गोविन्द राम द्वारा दस बिस्वा भूमि तथा लोकराज द्वारा पांच बिस्वा भूमि दान करने के लिए उनका आभार व्यक्त किया।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार हर परिस्थिति में राज्य के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। कोविड महामारी के दौरान सरकार ने बाहरी राज्य में फंसे 2.50 लाख लोगों को रेल व बस सुविधा उपलब्ध करवाकर उनकी प्रदेश वापसी सुनिश्चित की। कोरोना संक्रमित रोगियों को बेहतर उपचार प्रदान करने के लिए उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के साथ-साथ प्रदेश की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए भी अथक प्रयास किए हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान प्रदेश सरकार ने कोरोड़ो रुपये की कल्याणकारी योजनाओं के तहत प्रदेशवासियों को लाभान्वित किया और इस अवधि में 350 हजार करोड़ रुपये के उद्घाटन व शिलान्यास करके प्रदेश में विकास के कार्य को गति प्रदान की।
विधायक जवाहर ठाकुर, सुरेन्द्र शोरी, भाजपा सराज मंडल के अध्यक्ष भागीरथ शर्मा शेर सिंह ठाकुर ने भी इस अवसर पर अपने विचार सांझा किए।