वीरभद्र सिंह के अंतिम दर्शन को उमड़ा जन सैलाब, राहुल गांधी व नड्डा ने भी दी श्रद्धांजलि, रामपुर राज दरबार पहुंची पार्थिव देह

शिमला टाइम

6 बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह के निधन के बाद शुक्रवार को उनकी पार्थिव देह को लगभग 3 घंटे रिज मैदान पर अंतिम दर्शनों के लिए रखने के बाद शिमला स्थित कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन ले जाया गया ।इस दौरान कांग्रेस मुख्यालय में वीरभद्र सिंह के अंतिम दर्शनों के लिए लोगों का हुजूम उमड़ गया । कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी वीरभद्र सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की वीरभद्र सिंह के परिवार के सदस्यों को ढांढस भी बंधाया।

जैसे ही रिज मैदान से पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का पार्थिव शरीर कांग्रेस मुख्यालय पंहुचा पूरा कांग्रेस कार्यालय राजा साहब अमर रहे के नारों से गुंजयमान हो गया।उनकी पार्थिव देह को लगभग आधे घंटे के लिए यंहा रखा गया ।इस दौरान प्रदेश कांग्रेस कमेटी का पुरा शीर्ष नेतृत्व यंहा मौजूद था ।कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी वीरभद्र सिंह की पार्थिव देह को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद उनके परिवार के साथ बैठकर इन्हें ढांढस बंधाया।इस मौके पर कॉन्ग्रेस नेताओं ने वीरभद्र सिंह की कमी हमेशा पार्टी को खलने की बात कही।उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह पार्टी के सच्चे सिपाही थे और उनकी कमी को कभी पूरा नही किया जा सकता । उन्होंने कहा कि आज उनके निधन से पूरे प्रदेश में शोक की लहर है।

इससे पूर्व बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को रिज मैदान पर उनके पार्थिव शरीर पर श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रधांजलि दी व उनके परिवार को ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह के निधन से प्रदेश को बहुत बड़ी क्षति हुई है जिसकी भरपाई नही की जा सकती।

इस दौरान जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि वीरभद्र के निधन से प्रदेश को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है हमारे विचारों में भिन्नता होने के बावजूद हमारे आपसी संबंध बहुत अच्छे थे। नड्डा ने कहा कि वीरभद्र उनके गाइड थे जब वह प्रदेश के मुख्यमंत्री थे वह वीपक्ष के नेता थे उनसे बहुत कुछ सीखा है। वीरभद्र के निधन से प्रदेश को हुई क्षति के साथ उन्हें व्यक्तिगत क्षति हुई है।

दोपहर बाद वीरभद्र के पार्थिव देह रामपुर बुशहर के लिए रवाना की गई। इस बीच शिमला से लेकर रामपुर बुशहर तक जगह जगह कांग्रेस कार्यकर्ताओं, नेताओं समर्थकों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं उनकी बड़ी बेटी भारत के लोकपाल की सदस्य पूर्व न्यायाधीश अभिलाषा सबसे पहले राजदरबार पहुंची। शाम करीब 5 बजे रानी प्रतिभा सिंह जैसे ही दरबार मे पहुंची तो सब की आंखें नम हो गई।
इसी बीच राज्याभिषेक और राज तिलक के साथ ही अंतिम यात्रा के लिए राज महल में तैयारियां चल रही हैं। 7 बजे के बाद वीरभद्र सिंह का पार्थिव देह राज दरबार पहुंचा। उनके अंतिम दर्शन के लिए जनता का सैलाब उमड़ पड़ा। राजदरबार में दूर-दूर से लोग उनके दर्शन के लिए पहुँचे।

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