शिमला टाइम
रामपुर बुशहर में ईसाई मिशनरी द्वारा ग्रामीणों को बरगलाकर धर्म परिवर्तन करवाने का मामला सामने आया है। जिसमें ग्रामीणों की जागरूकता के चलते 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया जिनसे भारी मात्रा में धार्मिक प्रचार सामग्री और करीब 80 हजार रुपये की नगदी भी बरामद की है। पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
घटना शिमला जिला के रामपुर बुशहर की लालसा पंचायत का है जहां मंगलवार दोपहर बाद एक वैन नम्बर UP80BN-1372 पहुंची जिसमें 2 लोग केरल के और एक युवक निरमण्ड क्षेत्र का था। बताया जा रहा है कि ये तीनों लालसा बस अड्डे के समीप दुकानों में जाकर ईसाई धर्म और ईसा मसीह के नाम की प्रचार सामग्री बांटने लगे। यहां तक तो ठीक था लेकिन इसी बीच उन्होंने युवकों को बरगलाने शुरू कर दिया। अपने मकड़जाल में फंसाते हुए उन्होंने लोगों से अपने साथ मिलने और उन्हें हर तरह से मदद की बात कर बहकाने लगे। जब बात आगे बढ़ी तो उन्हें पैसे देने का लालच भी देने लगे कि वह हिन्दू धर्म छोड़कर ईसाई बन जाएं तो हर तरह से उनकी मदद की जाएगी।
इस बात पर स्थानीय युवकों ने हिम्मत दिखाई और उनका विरोध करना शुरू किया। इस बात पर स्थानीय युवा कार्तिक स्वामी से तीनों की बहस होने लग गई। बात बढ़ी तो तीनों गॉव में एक रिश्तेदार के घर जाकर छुप गए। इस पर स्थानीय लोग एकत्र हुए। विश्व हिंदू परिषद सदस्यों और पंचायत प्रतिनिधियों के साथ ही पुलिस को भी इसकी सूचना दी।
इस पर रामपुर बुशहर से पुलिस मौके पर पहुंची। जब तीनों लोगों को वैन के पास बुलाकर पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि निरमण्ड के युवा की बहन गांव में है वह उनसे मिलने आये थे और उसी के लिए फल और गिफ्ट लाये थे। इस पर जब तलाशी ली गई तो गाड़ी में दर्जनों बाईबिल, धार्मिक पुस्तकें, प्रचार सामग्री और साथ करीब 80 हजार रुपये कैश भी पकड़ा गया। पूछताछ में सही उत्तर न देने पर उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया और अपने साथ रामपुर बुशहर थाना लाया गया। जहां पुलिस ने कार्तिक स्वामी की शिकायत पर धारा 295 A के तहत मामला दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया।
कार्तिक स्वामी ने बताया कि ये तीनों जबरन लोगों को प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन के लिए उकसा रहे थे जो कि निंदनीय है। ऐसे लोगों को किसी भी हाल में देवभूमि में स्थान नहीं दिया जाना चाहिए, इन पर सख्त कार्रवाई हो।
वहीं विश्व हिंदू परिषद के सुरेश मेहता ने बताया कि ये लोग हमारी नोग वैली में धर्मांतरण का प्रयास कर रहे थे। ईसाई मिशनरी के ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। हम हिन्दू सनातन संस्कृति का पालन करने वाले शांत लोग हैं लेकिन यदि कोई इस तरह लालच देकर धर्म परिवर्तन करने का प्रयास करेंगे तो उन्हें बख्शेंगे भी नहीं।