शिमला टाइम
राज्य मंत्री सड़क परिवहन एवं राज्यमार्ग नागर विमानन जनरल डॉ . विजय कुमार सिंह ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कुमार कश्यप को उनके लोक सभा में उठाये मामले का जवाब देते हुए कहा कि शिमला से हवाई सेवाओं को पुनः आरंभ करने के संबंध में नियम 377 के तहत 5 दिसंबर, 2021 के अंतर्गत उठाए गए मामले का संदर्भ लेते हुए यह सूचित करना चाहता हूं कि नागर विमानन मंत्रालय ने क्षेत्रीय हवाई संपर्क को प्रोत्साहित करने और हवाई यात्रा को जनता के लिए किफायती बनाने हेतु 21अक्तूबर 2016 को क्षेत्रीय संपर्क योजना आरसीएस – उड़ान , उड़े देश का आम नागरिक शुरू की है । आरसीएस उड़ान , एक बाजार आधारित योजना है । उड़ान योजना , मांग आधारित योजना है , जिसमें एयरलाइन प्रचालक समय – समय पर योजना के तहत किसी विशेष मार्ग पर प्रचालन की व्यवहार्यता का आकलन करते हैं और बोली प्रक्रिया में भाग लेते हैं । एयरलाइनों का चयन एक पारदर्शी बोली प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है ।
बोली के पहले दौर के दौरान 31मार्च 2017 को दिल्ली – शिमला – दिल्ली आरसीएस मार्ग को मैसर्स एलायंस एयर को एटीआर -42 प्रकार के विमानों से प्रचालित करने हेतु अवार्ड किया गया था । मेसर्स एलायंस एयर ने पे – लोड पेनल्टी के साथ आरसीएस रूट का प्रचालन किया था और तत्पश्चात 3 वर्ष के प्रचालन के पश्चात चयनित एयरलाइन प्रचालनक एसएओ ने इस मार्ग पर प्रचालन को बंद कर दिया ।
उड़ान 4.0 के दौरान ‘ दिल्ली – शिमला – दिल्ली ‘ के आरसीएस मार्ग हेतु एटीआर- ( प्रस्तावित विमान प्रकार में 46 यात्रियों की बैठने की क्षमता ) प्रकार के विमान के साथ मैसर्स एलायंस एयर से बोली प्राप्त हुई थी , लेकिन प्रचालनिक व्यवहार्यता के कारण इसे अवार्ड नहीं किया जा सका , क्योंकि प्रस्तावित विमान पर प्रचालन केवल लोड पेनल्टी के साथ ही संभव है । इसके अतिरिक्त , ये विमान वर्तमान में उपलब्ध नहीं है ।
तथापि , चयनित एयरलाइन प्रचालक को सूचित किया गया है कि वे उक्त मार्ग पर आरसीएस उड़ानों के प्रचालन के लिए एटीआर -42 सहित उपयुक्त विमान के अर्जन पर विचार कर रहे हैं । इसलिए चयनित हवाई अड्डा प्रचालक के पास उक्त विमान के उपलब्ध होने पर इस मार्ग अर्थात शिमला – दिल्ली – शिमला को अवार्ड किए जाने पर विचार किया जाएगा।
तथापि , यह उल्लेख करना उचित है कि पवन हंस लिमिटेड की शिमला से चंडीगढ़ , मंडी और रामपुर को जोड़ने वाली हेलीकॉप्टर सेवाएं वर्तमान में प्रचालन में हैं ।
