एक कमरे में पशु औषधालय केंद्र और दूसरे में चल रही पाठशाला, ये है जयराम सरकार की नम्बर 1 शिक्षा व्यवस्था: आप

शिमला के कोर्ट रोड के जीपीएस संदल और लक्कड़ बाज़ार स्थित स्कूल की दयनीय हालत का लिया जायजा- गौरव शर्मा

शिमला टाइम

आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता गौरव शर्मा ने शुक्रवार को राजधानी शिमला के स्कूलों में पहुंचकर जनता को हकीकत से रूबरू कराया। उन्होंने कहा कि शिमला में एक निजी जर्जर हो चुके भवन के एक ही कमरे में स्कूल चलाया जा रहा है। दुर्भाग्य से अगर कभी भी कोई बड़ी अनहोनी हो गई तो उसके लिए कौन जिम्मेदार होगा? भाजपा शासित हिमाचल सरकार इस प्रकार छात्रों की ज़िंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं।

पार्टी प्रवक्ता गौरव शर्मा ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि स्कूल में पहली से लेकर पांचवी कक्षा तक के मात्र 6 बच्चे एक ही कमरे में बैठे हुए थे। इससे भी हैरानी की बात यह है कि उन 6 बच्चों के लिए 2 शिक्षक तैनात हैं। बावजूद इसके शुक्रवार को स्कूल में एक ही शिक्षक मौजूद था। ऊपर से एक चपरासी के सहारे बच्चों की पढ़ाई करवाई जा रही थी। स्कूल की हालत इतनी दयनीय है कि न तो पीने का पानी है और न ही शौचालय की व्यवस्था है।

एक तरफ शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर और हिमाचल सरकार के सभी नेता शोर कर रहे हैं कि शिक्षा व्यवस्था के मामले में हिमाचल देशभर में दूसरे स्थान पर है। दूसरी तरफ राजधानी शिमला के स्कूलों की दयनीय हालत ने हिमाचल की शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। उन्होंने कहा कि जब शिमला शहर के स्कूलों की हालत इतनी दयनीय और बदतर है तो प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों की हालत कैसी होगी?

शिक्षा मंत्री के जिले में एक कमरे में पशु औषधालय केंद्र तो दूसरे कमरे में चल रहा माध्यमिक स्कूल

गौरव शर्मा ने कहा कि खुद शिक्षा मंत्री के अपने जिले में भवन के एक कमरे में पशु औषधालय केंद्र चल रहा है और दूसरे कमरे में राजकीय माध्यमिक स्कूल शटयाऊगी की कक्षाएं चल रही हैं। इसके अलावा सैंज घाटी के शैंशर में एक ही शिक्षक के सहारे दो-दो स्कूल चलाए जा रहे हैं। शिक्षा मंत्री चाहे जितना भी झूठ बोलें लेकिन प्रदेश की जनता उनके झूठ से पूरी तरह वाकिफ है।

2022-23 शैक्षणिक सत्र में स्कूलों में बच्चों का एडमिशन न होने पर 153 स्कूल बंद हो गए हैं। सरकार की नाकामी के चलते हिमाचल में शिक्षा का स्तर इतना गिर चुका है कि अब तो लोग खुद ही सरकारी स्कूलों से किनारा कर रहे हैं। स्कूलों में टीचरों के पद खाली पड़े हैं। 2 हजार स्कूलों में एक- एक शिक्षक 4-5 कक्षाओं को एक ही कमरे में पढ़ा रहे हैं। आम आदमी पार्टी पूछना चाहती है कि क्या यही है भाजपा का शिक्षा मॉडल जहां बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है।

गौरव शर्मा ने कहा कि आम आदमी पार्टी बीजेपी सरकार को साफ शब्दों में बताना चाहती है कि अब यह ज्यादा दिन नहीं चलने वाला है क्योंकि प्रदेश की जनता ने अब मन बना लिया है कि जो सरकार बच्चों को बेहतर शिक्षा नहीं दे सकती है उसे बाहर का रास्ता दिखाना है। जनता ने इसबार आम आदमी पार्टी के दिल्ली मॉडल को हिमाचल में लाने का मन बना लिया है।

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