शिमला टाइम
मिड डे मील वर्कर यूनियन शुक्रवार को शिमला में सांसद प्रतिभा सिंह से अपनी मांगों को लेकर मिली। वर्करों ने सांसद से गुहार लगाई कि उनके वेतन को बढ़ाया जाए। दूसरे कर्मचारियों की तरह उन्हें भी छुट्टी का प्रावधान होना चाहिए। इसके अलावा स्कूलों में दो मिड डे मील वर्करों की तैनाती की जानी चाहिए।
प्रदेश मिड डे मील वर्कर यूनियन का कहना है कि हम काफी समय से अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। केंद्र सरकार से किसी भी तरह की सहायता नहीं मिल रही। कर्मचारी वर्ग में सबसे गरीब हम है। सरकार न तो हमारा मानदेय बढ़ा रही है और न ही वेतन टाइम से दे रही है। घर परिवार का गुजारा भी मुश्किल से हो रहा है।
सीटू प्रांत सचिव विजेंद्र मेहरा का कहना है कि प्रदेश में आशा वर्कर और मिड डे मील वर्कर की दयनीय स्थिति है। इन्हें न तो न्यूनतम वेतन मिल रहा है और न ही काम के बाद पेंशन की सुविधा मिलेगी। वर्कर की मांगों को लेकर सांसद प्रतिभा सिंह को ज्ञापन सौंपा गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि मिड डे मील वर्कर की आवाज को केंद्र सरकार के कानों तक पहुंचाया जाएगा।
वन्ही सांसद प्रतिभा सिंह ने कहा कि मिड डे मील वर्कर का ही लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर आवाज उठा रहे हैं। उनकी मांगों को केंद्र के समक्ष उठाया जाएगा।