शिमला टाइम
लाहुल स्पीति के काजा में 9 जून को स्थानीय महिलाओं ने कारोना के चलते कृषि मंन्त्री का काफ़िला रोक लिया व मंत्री के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की। मंत्री का काफ़िला रोकने व ख़िलाफ़त करने के लिए काजा की 200 महिलाओं पर मामला दर्ज किया गया है। दरअसल नौ जून को हिमाचल प्रदेश के कृषि मंत्री रामलाल मार्कंडेय काजा गए थे, तो महिलाओं ने कोरोना वायरस के खतरे का हवाला देते हुए उन्हें काजा में प्रवेश नहीं करने दिया था। पुलिस ने प्रदर्शन में काजा गांव की 200 अज्ञात महिलाओं पर आइपीसी की धारा 341, 143 व 188 के तहत मामला दर्ज किया था।
जिसको लेकर अब राजनीति गरमा गई है। महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज़ैनब चंदेल ने कहा कि इस तरह से महिलाओं पर एफआईआर दर्ज़ करना गलत है। कांग्रेस पार्टी माँग करती है की काजा की 200 महिलाओं पर की गई एफआईआर को वापिस किया जाए। सुरक्षा के मद्देनजर महिलाओं ने उस वक़्त जो अच्छा लगा उन्होंने किया। इसको आधार बनाकर एफआईआर करना उचित नही है। यदि एफआईआर वापिस नही होती है तो महिला कांग्रेस इसको लेकर आवाज़ बुलंद करेगी।