योग्यता व क्षमता के बावजूद युवाओं को रोजगार देने में नाकाम रही है सरकार
शिमला टाइम
कांग्रेस सोशल मीडिया के चेयरमैन अभिषेक राणा ने कहा है कि भाजपा की गलत नीतियों के कारण देश आर्थिक अराजकता के दौर में पहुंच चुका है। सत्ता के स्वार्थी सियासी मकसद ने देश की अर्थव्यवस्था को एक साजिश के तहत तहस-नहस करके रख दिया है और वित मंत्री अपनी सरकार की नाकामी का दोष भगवान के सर मड रही हैं। जिसका सबसे बड़ा व बुरा असर देश के युवाओं के भविष्य पर पड़ा है। देश की युवा प्रतिभा व योग्यता पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। अभिषेक ने कहा कि अगर यह मानें कि सियासी स्वार्थ के मकसद से देश के असंगठित क्षेत्र पर एक ऐसा हमला हुआ है, जो देश की युवा पीढ़ी को एक नई गुलामी की ओर धकेलने लगा है, तो गलत न होगा। देश के खिलाफ हो रही इस साजिश के कारण देश में अराजकता व नई पीढ़ी में अवसाद बढऩे का खतरा लगातार बढ़ रहा है। अपने भविष्य को लेकर चिंतित युवा हताश व निराश हो चुके हैं। उन्हें न सरकार से कोई उम्मीद है और न सिस्टम पर कोई भरोसा बचा है। जिस कारण से बढ़ते तनाव को लेकर देश के लाखों परिवार महामारी व महंगाई के बीच अब नए संकट से जूझने लगे हैं। अभिषेक ने कहा कि इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है कि देश की भविष्य युवा पीढ़ी को अपनी ही सरकार व सिस्टम पर कोई भरोसा नहीं बचा है। दो करोड़ नौकरियां देने का वायदा करके सत्ता में आई बीजेपी के राज में अब दो करोड़ नौकरियां सिर्फ पिछले चार महीनों में ही छिन्न चुकी हैं। आलम यह है कि सियासी साजिश के तहत देश में अमीर-अमीर होता जा रहा है व गरीब-गरीब होता जा रहा है। राजनीति अपने मकसद से भटक चुकी है। जो राजनीति कभी सेवा साधना के लिए मानी जाती थी, उस राजनीति का प्रयोग अब मार्केटिंग की तरह किया जा रहा है। बीजेपी के राज में शुरू हुई इस बाजारू राजनीति ने देश पर एक नया संकट खड़ा किया है। जिससे युवाओं को अपना भविष्य अंधकार की गर्त में डुबता हुआ दिखाई दे रहा है। भविष्य की चिंता को लेकर अवसाद में डुबे हुए युवा मजबूरन आत्महत्या जैसे घातक कदम उठा रहे हैं और सरकार इस आर्थिक तबाही के मंजर में मन और मोर की बातें करके देश की जनता को गुमराह करने में लगी है।