शिमला टाइम, शिमला
हिमाचल प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष हंस राज ने विधान सभा सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारियों तथा लोक निर्माण व विद्युत विभाग से सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक का उद्देश्य विधान सभा सचिवालय में बेहतरीन व्यवस्थाओं तथा सुविधाओं को कार्यान्वित करने के लिए गहन चर्चा की गई।
उपाध्यक्ष हंस राज ने कहा कि विधान सभा सचिवालय एक सर्वोच्च संस्थान है। जहां पर विधान सभा की बैठकों के आयोजन से लेकर प्रदेश की अधोसंरचना को सुदृढ़ करने से लेकर गम्भीर समस्याओं पर राजनीति से उठकर चर्चा की जाती है। उन्होंने कहा कि हम किस तरह बेहतरीन व्यवस्थायें दे सकते है, हिमाचल प्रदेश विधान सभा को कैसे रोल मॉडल, भागीदारी को कैसे तर्कसंगत अर्थपूर्ण तथा गुणात्मक बनाने में अपना योगदान दे सकते है। इन सभी विषयों पर गौर करने की जरूरत है। उपाध्यक्ष ने कहा कि विधान सभा एक ऐसा स्थान है जहां सभी राजनीति से ऊपर उठ कर चिन्तन करते हैं तथा हम किस तरह से सहयोग करें। ताकि जब विधायकगण किसी महत्वपूर्ण विषय पर सदन में चर्चा करें उसके लिए विधान सभा सचिवालय की ओर से अपने नॉलेज बैंक के माध्यम से सार्थक तथा तर्क संगत चर्चा के लिए साम्रगी उपलब्ध करवा सकें। इसे सुनिश्चित करने के लिए आगे बढ़ने की बहुत आवश्यकता है। उन्होंने समिति अधिकारियों को सलाह देते हुए कहा कि समितियों का बेहतरीन तरीके से संचालन हो तथा कार्यों में गुणवत्ता लाई जाए। जिसमें विधायकों की समिति कार्यों की ओर रूचि बढ़े तथा उसका प्रदेश हित में लाभ हो।
हंस राज ने विधान सभा को एक आदर्श एवं सर्वोच्च संस्थान बनाने के लिए सफाई व्यवस्था से लेकर रखरखाव तथा अन्य व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने पर बल दिया तथा आगामी बजट सत्र के दृष्टिगत सभी अधिकारियों को समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए । उपाध्यक्ष हंस राज ने अधिकारियों को अपने-अपने कार्यों में दक्षता तथा निपूणता लाने का आहवान भी किया। बैठक उपरान्त हंस राज ने विधान सभा सचिव तथा अन्य अधिकारियों के साथ सत्र के दृष्टिगत विधान सभा सचिवालय परिसर में किये जा रहे कार्यों का भी निरिक्षण किया।
बैठक में विधान सभा सचिव यशपाल शर्मा, संयुक्त सचिव (प्रशासन), रमेश शर्मा, निदेशक सूचना प्रोद्योगिकी धर्मेश शर्मा, सहायक अभियन्ता लोक निर्माण (विद्युत) प्रदीप शर्मा विधान सभा सचिवालय के सभी शाखा एवं अनुभाग अधिकारी तथा प्रतिवेदन शाखा के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।