शिमला टाइम
ठियोग से सीपीआईएम के विधायक राकेश सिंघा ने लाल किले पर किसी धर्म विशेष के झंडे को फहराने को किसान आंदोलन को फेल करने के लिए सरकार समर्थित षड्यंत्र करार दिया है।
राकेश सिंघा ने कहा कि किसानों की यह लड़ाई अभी खत्म नहीं होने वाली है। देश कीआजादी के लिए शुरू हुआ आंदोलन जलियावाल बाग के बाद समाप्त नही हुआ बल्कि यह लड़ाई 1947 तक चली। उसी प्रकार जब तक सरकार इन तीन कानूनो को वापिस नहीं लेती तब तक यह किसानों का आंदोलन भी जारी रहेगा। 30 तारीख़ को पूरे देश मे जत्था बंदी की जाएगी व महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने कार्यक्रम किया जाएगा।
सिंघा ने लाल किले पर हुए प्रकरण को सरकार प्रयोजित बताया है। उन्होंने कहा कि जून से लेकर बीजेपी समर्थित पार्टियों ने किसानों के आंदोलन को अनेक नाम दिए लेकिन आंदोलन शांतिप्रिय तरीके से चलता रहा। लाल किले पर आंदोलन को फेल करने के लिए षड्यंत्र किया गया उस षड्यंत्र को बेनकाब किया जाएगा और सरकार को कटघरे में खड़ा किया जाएगा।
लाल किले पर सुरक्षा को तोड़कर कैसे उपद्रव को अंजाम दिया गया? यह तभी सम्भव हो पाया जब इस आंदोलन को कमजोर करने के लिए साजिश रची गई। उन्होंने कहा कि बजट सत्र में किसानों का मुद्दा गूंजने वाला है सरकार इस पर चर्चा करेगी तभी सत्र चलेगा।