देश की सबसे बड़ी भूमिगत जल विद्युत नाथपा झाकड़ी परियोजना ने विद्युत उत्पादन में तोड़ा 17 सालों का रिकॉर्ड

शिमला टाइम, झाकड़ी

देश की सबसे बड़ी भूमिगत जल विद्युत नाथपा झाकडी परियोजना ने चालू वर्ष में विद्युत उत्पादन में 17 सालों का रिकॉर्ड तोड़ा है। कोरोना महामारी की बाधा के बावजूद विद्युत मंत्रालय द्वारा दिए गए सालाना बिजली उत्पादन लक्ष्य को समय से 3 माह पहले पूरा किया। अगस्त माह में परियोजना निर्माण के बाद सबसे ज्यादा बिजली उत्पादन का रिकॉर्ड कायम किया। परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक आरसी नेगी ने बताया सितंबर माह में पावर प्लांट की उपलब्धता 109.12 रख कर नया रिकॉर्ड स्थापित किया है।

केंद्र एवं हिमाचल सरकार के संयुक्त सार्वजनिक उपक्रम एसजेपीएनएल के नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पावर स्टेशन ने चालू वर्ष के दौरान विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में कई पुराने रिकॉर्ड तोड़ नए कीर्तिमान स्थापित किए। है। जबकि कोरोना महामारी कारण देश के विभिन्न संस्थानों को प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। बावजूद इस के एसजेवीएन ने ऐसी स्थिति के दौरान बिजली की आपूर्ति को बनाये रखने के लिए उत्कृष्ट कार्य कर अपनी दक्षता को स्थापित किया है। पंद्रह सौ मेगावाट की देश की सबसे बड़ी भूमिगत परियोजना नाथपा -झाकडी के मुख्य महाप्रबंधकआरसी नेगी व महाप्रबंधक प्रवीन नेगी ने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया चालू वर्ष के दौरान अगस्त माह में जल विद्युत परियोजना निर्माण के बाद एक माह में सबसे अधिक बिजली उत्पादन का रिकॉर्ड कायम किया है। इसी तरह सितंबर माह में भी पावर प्लांट की उपलब्धता 109.12 रखने का भी रिकॉर्ड स्थापित हुआ है। इतना ही नहीं विद्युत मंत्रालय द्वारा दिए गए सालाना बिजली उत्पादन लक्ष्य को समय से 3 माह पहले ही पूर्ण कर लिया है।

उन्होंने बताया कि सर्दियों के दौरान सतलुज का जलस्तर कम होने से बांध स्थल पर दिन के समय पानी रोककर सुबह शाम ग्रीड की आवश्यकता अनुसार बिजली उत्पादन की जा रही है। वर्तमान में सतलुज नदी का जलस्तर घट कर केवल 70 क्यूमेक्स रह गया है। जबकि गर्मियों में 1000 क्यूमेक्स के आस पास जलस्तर रहता है। उन्होंने बताया नाथपा झाकड़ी परियोजना की सभी छह विद्युत उत्पादन इकाइयों को चलाने के लिए 405 क्यूमेक्स पानी की आवश्यकता होती है. लेकिन पीकिंग आवर्ज को देखते हुए दिन में पानी को बांध में रोक कर सुबह शाम बिजली का उत्पादन किया जा रहा है।

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