दुःखद- नहीं रहे राजनीति के मसीहा, महान राजनेता वीरभद्र सिंह का निधन

शिमला टाइम

हिमाचल की राजनीति के मसीहा कहे जाने वाले वीरभद्र सिंह नहीं रहे। वीरवार सुबह 3 बजकर 40 मिनट पर उन्होंने आईजीएमसी अस्पताल में अंतिम सांस ली। 23 जून को ही प्रदेश भर में उनका 88वां जन्मदिन स्वाभिमान दिवस के रूप में मनाया गया था।

हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मंत्री वीरभद्र सिंह लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे। दो बार कोरोना को मात देने के बाद उनकी सेहत में सुधार भी हुआ था लेकिन कुछ दिन पहले उनकी तबियत फिर से नासाज़ हुई और महान राजनेता व हिमाचल के 6 बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह का निधन हो गया।

वर्तमान में जो अर्की विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे। उनके निधन की पुष्टि आईजीएमसी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जनक राज ने की है।

हिमाचल के 6 बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह प्रदेश की जनता के दिलों पर राज करते हैं। राजनीति में समर्थक तो समर्थक विरोधियों के दिलों पर भी उनकी एक अनुठी छाप रही है।

रामपुर बुशहर रियासत के राजा वीरभद्र के निधन से हर तरफ शोक की लहर है।

भाजपा ने जताया शोक

भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं संसद सुरेश कश्यप, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सह प्रभारी संजय टंडन, संगठन महामंत्री पवन राणा, महामंत्री त्रिलोक जम्वाल, राकेश जम्वाल एवं त्रिलोक कपूर ने प्रदेश के 6 बार के मुख्यमंत्री पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। राजा वीरभद्र सिंह आज सुबह 8 जुलाई 2021
प्रातः 3:40  पर लंबी बीमारी के बाद स्वर्गसिधार गये। वह 87 वर्ष के थे। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।
नेताओं ने शोक संदेश में राजा वीरभद्र सिंह जी की मृत्यु पर गहरा दुख एवं शोक प्रकट किया है।
वीरभद्र सिंह का जन्म 23 जून, 1934 को बुशहर रियासत के राजा पदम सिंह के घर में हुआ। लोकसभा के लिए वह पहली बार 1962 में चुने गए।  उसके बाद 1967, 1971, 1980 और 2009 में भी चुने गए। वीरभद्र वर्ष 1983 से 1985 पहली बार, फिर 1985 से 1990 तक दूसरी बार, 1993 से 1998 में तीसरी बार, 1998 में कुछ दिन चौथी बार, फिर 2003 से 2007 पांचवीं बार और 2012 से 2017 छठी बार मुख्यमंत्री बने।

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