शिमला टाइम
लगभग 2 साल से CHO बनने की राह देख रहे चयनित अभ्यर्थियों ने सीएम से न्याय की गुहार लगाई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत एच एल एल द्वारा 2020 में चयन हुए प्रतीक्षा श्रेणी के अभ्यर्थी को कंपनी व राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के वायदे के मुताबिक इस वर्ष प्रथम दर्जा देने की मांग को लेकर अभ्यर्थी धर्मशाला में मुख्यमंत्री से मिले । अभ्यर्थी शिवानी, ज्योति ठाकुर, साक्षी कुमारी ने मुख्यमंत्री को बताया कि एनएचएम के अंतर्गत एच एल एल द्वारा सी एच ओ के लिए एक लिखित परीक्षा का आयोजन हुआ था। जिसमें 557 अभ्यर्थियों की एक सूची 12 जुलाई 2020 को इंटरनेट पर प्रकाशित की गई और उस लिखित सूचना में यह बताया गया कि सभी चयनित 557 अभ्यर्थियों को गाइडेंस सहित अलॉटमेंट के लिए 15 जुलाई 2021 से 18 जुलाई 2021 तक कुछ अनिवार्य दस्तावेजों एक लाख की गारंटी, तहसील स्तर पर बने एग्रीमेंट और अंडरटेकिंग के साथ शिमला में परी महल में उपस्थित होना है। परंतु निर्धारित समय पर जब हम वहां पर उपस्थित हुए तो केवल 420 अभ्यर्थियों को चयन करके शेष को यह कहकर वापस भेज दिया कि अगले साल शेष अभ्यर्थियों को प्रतीक्षा सूची में वरीयता दी जाएगी। परंतु स्वास्थ्य विभाग का अभी तक CHO की होने वाली परीक्षा व उसकी कोई भी अधिसूचना जारी नहीं की गई है।

उन्होंने कहा है कि प्रतीक्षा श्रेणी के अभ्यर्थियों की स्वास्थ्य मंत्री व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से उम्मीद है कि हमारी योग्यता और व्यर्थ व्यर्थ हुए समय के साथ न्याय करते हुए हमें इस वर्ष होने वाली शिक्षक भर्ती में प्रथम दर्जा मिले। जिससे उनकी लंबे समय से चली समस्या का समाधान हो।