शिमला टाइम
कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि बस किरायों में 25 प्रतिशत की वृद्धि करने से साफ है कि उन्हें प्रदेश के लोगों की कोई चिन्ता ही नहीं है।उन्होंने कहा है कि सरकार का यह निर्णय बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है, और इसे तुरंत रद्द किया जाना चाहिए।
विक्रमादित्य सिंह ने रोष प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री से जानना चाहा है कि वह बताए कि इस माहमारी के दौरान, जबकि प्रदेश में सबका कारोवार ठप पड़ा है, लोग बेरोजगारी व महंगाई से जूझ रहे है, ऐसे में प्रदेश सरकार ने इन प्रभावित लोगों का क्या सहायता दी है।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सहित भाजपा के सभी नेता प्रधानमंत्री के घोषित प्रदेश को उस 2 हजार करोड़ के आर्थिक पैकेज की बड़ी बड़ी बातें तो करते है पर इसका लाभ किसे मिला, इस बारे कुछ नही बताते। उन्होंने इसे बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि ऐसा लगता है कि सरकार देश व प्रदेश के लोगों के लिए संवेदनहीन हो गईं ।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि जिस प्रकार देश प्रदेश में कोविड19 के मामले दिनों दिन बढ़ते जा रहें है उससे साफ है कि सरकार ने इस माहमारी में अपने हाथ खड़े कर दिए है। उनका कहना है कि देश प्रदेश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है।देश की विकास दर ठप पड़ गई है।उन्होंने कहा कि एक तरफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के मूल्यों में भारी कमी आई है तो दूसरी ओर देश मे इसके मूल्यों में भारी बढ़ोतरी की गई है।उन्होंने कहा कि पेट्रोल, डीज़ल के मूल्य बढ़ाकर देश के लोगों को सरकार द्वारा खुले तौर पर लूटा जा रहा है।
विक्रमादित्य सिंह ने प्रदेश की स्थिति पर चिन्ता जताते हुए कहा आज प्रदेश में आज किसान,बागवान, करोबारी, बेरोजगार व आम लोग परेशान है।उनका कहना है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को किसी भी दबाव से मुक्त होकर प्रदेश के लोगों को कोई राहत देते हुए प्रदेशहित में निर्णय लेने चाहिए।