शिमला टाइम
कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि मनाली से लाहुल स्पीति को जोड़ने वाली अटल टनल आधुनिक इंजीनियरिंग का एक बेजोड़ प्रमाण है। उन्होंने कहा है कि इस टनल के चालू हो जाने से अब लाहुल स्पीति भी टूरिज्म का एक बेहतर डेस्टिनेशन बनेगा और इस जनजातीय क्षेत्र में समृद्धि आएगी,इसके लिए यह बधाई के पात्र है।विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि उन्हें खुशी है कि कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री,सुंदर ठाकुर व आशीष बुटेल के साथ वह भी इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने।रोहतांग टनल जो अब अटल के नाम से जानी जायेगी, प्रदेश के लिए एक बरदान साबित होगी।विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि इस टनल के निर्माण में कांग्रेस का एक बड़ा योगदान रहा। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा के नेता कांग्रेस के योगदान को नजरअंदाज नहीं कर सकते।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह कहना कि इस टनल के निर्माण में केवल उनका और उनकी सरकार का ही योगदान है,सरासर झूठ और देश को गुमराह करने मात्र का है।उन्होंने कहा कि केंद्र की यूपीए सरकार ने इस सुरंग निर्माण को मंजूरी देकर 28 जून 2010 को यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसकी आधारशिला रखी थी।उस समय केंद्र में वीरभद्र सिंह इस्पात मंत्री थे और प्रदेश में प्रेम कुमार धूमल मुख्यमंत्री थे।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का यह आरोप की अगर दूसरी कोई सरकार होती तो इसका निर्माण और आगे 20 साल बाद पूरा होता उनकी यह कोरी कल्पना और झूठा है।उन्होंने कहा कि इस सुरंग निर्माण के लिए पूरा बजट और समयबद्ध तत्कालीन यूपीए सरकार के प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह ने स्वीकृति किया था।विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि जून 2010 से शुरू हुआ सुरंग निर्माण का कार्य चार सालों में 2014 में 4.4 किलोमीटर यानी आधी सुंरग बन गई थी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को कांग्रेस नेताओं को भी इस सुरंग निर्माण में योगदान के लिए याद करना चाहिए था, जो उन्होंने नही किया।उन्होंने कहा कि इस सुरंग निर्माण में अपना बलिदान देने वालो को भी प्रधानमंत्री ने याद तक नही किया जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।