पानी की सप्लाई पर हाहाकर, हाउस में हंगामा, बीपीएल कार्ड और हिम केयर कार्ड पर भी भडक़े पार्षद

शिमला टाइम

शिमला शहर में चल रही पानी की किल्लत को लेकर शुक्रवार को हुए नगर निगम के हाउस में खूब हंगामा देखने को मिला। इस दौरान पार्षदों ने जमकर हंगामा किया और सही समय पर पानी की सप्लाई न देने का आरोप लगाया। बालूगंज वार्ड की पार्षद किरन बावा ने कहा कि उनके वार्ड में 3 से 4 दिन बाद पानी की सप्लाई दी जा रही है, जिसके चलते लोग काफी परेशान है। उन्होंने कहा कि बीते दिन उनके वार्ड मेंं पानी की सप्लाई रात एक बजे दी गई। उन्होंने एसजेपीएनएल के अधिकारियों से सवाल पूछा की वह बताएं की रात एक बजे कौन सी सप्लाई दी जाती है और रात एक बजे कौन पानी भरेगा? उन्होंने कहा कि वो वार्ड पार्षद है, ऐसे में लोगों के लिए उनकी जवाबदेही बनती है और लोग पानी की शिकायत लेकर उनके पास आते है। उन्होंने कहा कि न तो जेई, न एक्सियन और न एसडीओ उनका फोन उठाते है, ऐसे में वह क्या करें? वहीं मज्याठ वार्ड के पार्षद दिवाकर देव शर्मा ने भी एसजेपीएनएल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि एक ओर तो एसजेपीएनएल 24 घटें पानी देने की बात करता है, तो दूसरी ओर शहर में लोगों को समय पर पानी की सप्लाई भी नही मिल रही है। उन्होंने कहा कि उनके वार्ड में भी 4 दिन बाद सप्लाई आ रही है, जिससे लोग पेरशान है। वहीं पानी के मुद्दे पर चल रहे हंगामे के बीच नगर निगम की मेयर सत्या कौंडल ने हाउस दस मिनट के लिए स्थगित कर दिया। मेयर के वॉकआउट करते ही कुछ पार्षदों ने उन्हें समझाकर हाउस में वापस बुलाया, जिसके बाद हाउस की कार्यवाही दोबार शुरू की गई। वहीं पानी के मुद्दे पर मेयर ने पार्षदों को जवाब देते हुए कहा कि बीते दिनों हुई भारी बारिश के चलते जल परियोजनाओं में गाद आ गई थी। जिसके चलते पंपिग नही हो पाई थी और शहर में सप्लाई नही हो पाई। जिस पर पार्षद किरन बावा फिर भडक़ उठी। उन्होंने कहा कि बारिश के चलते सप्लाई नही हो पाई, लेकिन उनके वार्ड में तो बारिश से पहले भी 3 से 4 दिन बाद पानी मिल रहा था। वहीं मेयर सत्या कौंडल ने बताया कि हर वार्ड में पानी की सप्लाई की जा रही है और किसी के साथ कोई भेदभाव नही किया जाएगा। 

हिम केयर कार्ड पर भी भडक़े पार्षद

हाउस में हिम कार्ड बनाने को लेकर भी हंगामा हुआ। जहां पार्षदों से सवाल उठाए की अखिर कब लोगों को हिम केयर कार्ड बनाकर दिए जाएंगे। पार्षद दिवाकर देव शर्मा ने कहा कि चार महिने बीत गए, लेकिन अभी तक लोगों को कार्ड नही मिले। उन्होंने कहा कि कार्ड की वैधता एक साल की होती है, लेकिन चार महिने तो पहले ही बीत गए है और अभी तक कार्ड नही बने। उन्होंने कहा कि कार्ड बनाने के लिए लोगों से 1100 रूपए लिए गए है। ऐसे में लोग उनपर पैसे खाने का आरोप भी लगा रहे है। उन्होंने कहा कि अगर कार्ड बने हैं, तो जल्द से जल्द लोगों को मुहैया करवाए जाएं, नही तो लोगों के पैसे वापस दिए जाएं। वहीं इस पर आयुक्त अशीष कोहली ने बताया कि इन कार्ड को बनाने का काम आईटी विभाग को सौंपा गया था, इस में निगम का काई काम नही था। उन्होंने कहा कि इस संबंध में आईटी विभाग  को पत्र लिख कर जवाब मांगा जाएगा।

वार्ड कार्यक्रम में वार्ड पार्षदों को नही मिल रहा न्योता

हाउस में कई पार्षदों ने यह भी आरोप लगाया कि वार्ड में हो रहे कार्यक्रमों में वार्ड पार्षदों को ही नहीं बुलाया जा रहा है। लोअर बाजार वार्ड के पार्षद इंद्रजीत सिंह ने आरोप लगाया कि हाल ही में उनके वार्ड में हिमुडा के द्वारा नई दुकानें बनाई गई है। जिसका कार्यक्रम भी आयोजित किया गया था, लेकिन उस कार्यक्रम में उन्हें न्योता नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि दुकानें बनवाने को लेकर उन्होंने ही दुकानें खाली करवा कर दी थी। ऐसे में अगर उनके वार्ड में हो रहे कार्यक्रम में उन्हें ही नही बुलाया जाता तो यह एक पार्षद के साथ भेदभाव है।  

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