शिमला टाइम
आज सोमवार से शुरू होने जा रहे विधानसभा के मॉनसून सत्र में इस बार कोरोना का साया है। जिसे देखते हुए सत्र के दौरान जहां एंट्री पास कम बन रहे हैं। वहीं सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों की संख्या भी 20% कम लगाई गई है। कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही विधानसभा परिसर में एंट्री दी जा रही है। कम जवानों की तैनाती के बावजूद भी सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद है।
विधानसभा सत्र के दौरान आम तौर पर 300 के आसपास जवान सुरक्षा में लगाये जाते थे लेकिन इस बार क्योंकि कोरोना का खतरा है ऐसे में पुलिस के जवानों को खुद भी कोरोना से बचना और विधानसभा की सुरक्षा भी देखनी है इसलिए थोड़ी कम तैनाती जवानों की है लेकिन विधानसभा की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया गया हैै। महामारी से बचने के लिए मास्क, सेनेटाइजिंग और थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है ताकि महामारी से बचा जा सके।
जबकि सदस्यों से आग्रह किया गया था कि निजी सहायक या पीएसओ में से किसी एक को लेकर ही विधानसभा आएं। सत्र के दौरान विधानसभा परिसर में डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ नियुक्त किए गए हैं। किसी का भी तापमान ज्यादा पाया गया तो उसे डिस्पेंसरी में आईसोलेशन में भेजा जाएगा। इसके अतिरिक्त जुकाम और बुखार के लक्षण वाले लोगों से घर से ही न आने की अपील की गई है।
10 दिवसीय मानसून सत्र में पूछे जाएंगे 858 सवाल
7 से 18 सितंबर तक आयोजित किए जाने वाले 10 दिवसीय मानसून सत्र के लिए 570 तारांकित, 288 अतारांकित सवाल विधायकों की तरफ से आए हैं। विधायकों ने 62, 101 और 103 नियम के तहत भी चर्चा की मांग की है। संसद की तर्ज पर प्रश्नकाल होगा। इसे खारिज नहीं किया गया है।